ईमित्र कैटेगरी का निर्धारण और उनके प्रकार | eMitra Category Ka Nirdharan

ईमित्र कैटेगरी का निर्धारण और उनके प्रकार: पूरी जानकारी

ईमित्र संचालन को अधिक प्रभावी बनाने और कार्यक्षमता के अनुसार संचालकों को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार ने ईमित्र की श्रेणियों (कैटेगरी) को पांच भागों में विभाजित किया है। इन श्रेणियों का निर्धारण उनके प्रदर्शन और लेनदेन के आधार पर होता है।

ईमित्र कैटेगरी का निर्धारण, ईमित्र कैटेगरी के प्रकार, सेवा वितरण के प्रकार

ईमित्र कैटेगरी कितने प्रकार की होती है?

ईमित्र को 5 कैटेगरी में विभाजित किया गया है:

  1. A+
  2. A
  3. B+
  4. B
  5. C

ईमित्र कैटेगरी का निर्धारण किस आधार पर होता है?

ईमित्र की कैटेगरी का निर्धारण संचालक के मासिक लेनदेन और भुगतान के आधार पर किया जाता है।

  1. लेनदेन की संख्या:
    • जितने अधिक आवेदन और भुगतान किए जाते हैं, कैटेगरी उतनी ही बेहतर होती है।
  2. सेवाओं की विविधता:
    • जितनी अधिक प्रकार की सेवाओं का संचालन होगा, कैटेगरी में सुधार होगा।
  3. ग्रामीण/शहरी क्षेत्र:
    • ग्रामीण और शहरी ईमित्र केंद्रों की कैटेगरी निर्धारण में अंतर हो सकता है।
  4. समय पर कार्य पूरा करना:
    • सही समय पर और बिना त्रुटि के सेवा प्रदान करना कैटेगरी में सुधार करता है।

ईमित्र कैटेगरी निर्धारण सारणी और लाभ

कैटेगरीप्रदर्शन मानदंड (लेनदेन)लाभ (कमीशन/प्रोत्साहन)
A+उच्चतम मासिक लेनदेनकमीशन 85% + अतिरिक्त प्रोत्साहन
Aबहुत अच्छा प्रदर्शनकमीशन 85%
B+अच्छा प्रदर्शनकमीशन 80%
Bऔसत प्रदर्शनकमीशन 75%
Cन्यूनतम लेनदेनकमीशन 75% (RISL कटौती के साथ)

स्पष्टीकरण:

  • A+ और A कैटेगरी: उच्चतम लाभ, अधिक कमीशन और अतिरिक्त प्रोत्साहन।
  • B+ और B कैटेगरी: अच्छे प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित।
  • C कैटेगरी: न्यूनतम लाभ और अधिक कटौती।

कैटेगरी निर्धारण के लाभ

  1. कमीशन में बढ़ोतरी:
    • उच्च श्रेणी के संचालकों को बेहतर कमीशन मिलता है।
  2. प्रोत्साहन योजनाएं:
    • A+ और A कैटेगरी के संचालकों को अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाता है।
  3. साख और पहचान:
    • उच्च श्रेणी वाले ईमित्र संचालक को सरकारी योजनाओं और अन्य सेवाओं में प्राथमिकता दी जाती है।
  4. ग्राहक विश्वास:
    • बेहतर कैटेगरी से ग्राहकों का विश्वास बढ़ता है।

कैटेगरी बनाए रखने के टिप्स:

  1. लेनदेन की संख्या बढ़ाएं।
  2. ग्राहकों को समय पर सेवाएं प्रदान करें।
  3. सही प्रक्रिया का पालन करें और त्रुटि रहित आवेदन जमा करें।
  4. अधिकतम सेवाएं उपलब्ध कराएं।

निष्कर्ष:

ईमित्र की कैटेगरी उनके प्रदर्शन और लेनदेन की संख्या पर आधारित होती है। उच्च कैटेगरी से संचालकों को अधिक कमीशन और अन्य लाभ मिलते हैं। बेहतर सेवा प्रदान करके आप अपनी कैटेगरी को सुधार सकते हैं और अधिक इनकम अर्जित कर सकते हैं।
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